मंगलवार, 19 सितंबर 2017
वाइस ऑफ प्रज्ञा संगीत स्पर्धाओं में बालभवन का सुयश
शुक्रवार, 18 अगस्त 2017
*बालभवन के बच्चों ने किया वृद्धाश्रम में बुज़ुर्गों का मनोरंजन*
15 अगस्त 2017 को रेडक्रॉस सोसायटी जबलपुर द्वारा संचालित एवम प्रबंधित वृद्धाश्रम में बुजुर्गों का भरपूर मनोरंजन किया । कार्याक्रम का आयोजन मुक्तिफाउंडेशन की टीम ने डॉक्टर विवेक जैन ने किया ।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि श्री धीरज पटैरिया थे जबकि अध्यक्षता संभागीय उपसंचालक श्रीमती मनीषा लुम्बा ने की ।
डॉ शिप्रा सुल्लेरे के मार्गदर्शन में तैयार राष्ट्रीय भावपूर्ण गीत-नृत्यों की प्रस्तुतियां बालभवन के कलाकारों ने दी ।
इस कार्यक्रम में गिरीश बिल्लोरे के अलावा नृत्य गुरु श्री इंद्र पांडे मौजूद थे।
life sketch of legendary poetess late Subhadra Kumari Chauhan
#Mila_Tez_Se_Tez is the Short Musical Play & #compilation of emotional patriotic story Based on life sketch of legendary poetess late Subhadra Kumari Chauhan Directed and Scripted by Mr. Sanjay Garg Assistant Director Manisha Tiwari (Ex Student of Dn. BalBhavan Jabalpur M.P. )
Music Director :- Dr. Shipra Sullere
Music Pit & Singers :- Sameer Sarate, Muskaan Soni, Shreya Thakur, Ishita Tiwari, Ranjana Nishad, Ayush Rajak, Harsh Soundiya, Sajal Soni & Akrsh Jain
ARTISTS: Palak Gupta Shreya Khandelwal Prageet Sharma, Vaishnavi Barsaiyan,Vaishali barsaiyan,Shifali Suhane, Sneha Gupta, Anjali Gupta, Shreya Tiwari, Ashutosh Rajak, Unnati Tiwari, Sparsh Shrivas, Manasi Soni, Prathamesh Bakshi, Raj Gupta, Sonu Ben, Rajavardhan Patel, Ananya Vishvakarma, Sagar Soni, Priyanka Soni, Riddhi Shukla, Himanshi Vishvakarma, Anamol Vishvakarma, Avanshika Burman, Of Balbhavan Jabalpur
Back Stage :- Davindar Sing Grover, Rajkumar Gupta , Akshay Singh Thakur, Ravindra Murahar, Sanjay Pateriya, Mr. Prem, Vinay Sharma, Indra Pandey Ruchi Kesharvani,
First Show :- On 16.08.2017At Shri Janaki Raman College Jabalpur
With the Assistance of Sahity-Parishad Government Of Madhy-Pradesh Bhopal .
Special Thanks to :- Smt. Tripti Tripathi, Director Jawahar Balbhavan Bhopal. Smt.Manisha Lumba, Dy Director Women Empowerment, Jabalpur Division,
Creation & Production :- Girish Billore, Director Divisional Balbhavan, Jabalpur M.P
for more clips visit :- Girish Billore
https://www.youtube.com/watch?v=z95THUG0W_o
https://www.youtube.com/watch?v=Moj7c2Oj8CA
https://www.youtube.com/watch?v=eKuZKdMoWB8
https://www.youtube.com/watch?v=UaxaCPDjhhU
https://www.youtube.com/watch?v=ZT-IkgynUIw
https://www.youtube.com/watch?v=z95THUG0W_o
https://www.youtube.com/watch?v=Moj7c2Oj8CA
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https://www.youtube.com/watch?v=UaxaCPDjhhU
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रविवार, 13 अगस्त 2017
संभागीय बालभवन जबलपुर : स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर दो दिवसीय आयोजन
संभागीय
बालभवन जबलपुर द्वारा स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर दो दिवसीय आयोजनों में प्रमुखता
के साथ भागीदारी की जावेगी प्रथम दिवस में 15 अगस्त 2017
को
प्रातः 7: 00 बजे ध्वजारोहण बालभवन
परिसर में आयोजित होगा । इस अवसर पर संक्षिप्त गीत संगीत भी की प्रस्तुति भी होगी
साथ ही *बालभवन एवम मुक्तिफाउंडेशन* द्वारा संयुक्त रूप से स्वतंत्रता दिवस समारोह
वृद्धाश्रम में मनाया जावेगा जहां ध्वजारोहण एवम के अलावा बालभवन के बच्चों द्वारा
*श्री इंद्र पांडेय के निर्देशन में नृत्य एवम डॉ शिप्रा सुल्लेरे के निर्देशन में
संगीत* आदि की प्रस्तुतियां अंत:वासी बुज़ुर्गों के समक्ष होगी । *कार्यक्रम के मुख्यअतिथि श्री धीरज पटैरिया होंगे साथ ही श्रीमति मनीषा लुम्बा डॉ विवेक जैन विशेष रूप से मौजूद रहेंगे ।*
दिनाँक
16 अगस्त 2017 को शाम 7:00 से बालभवन के बच्चों द्वारा अभिनीत सुभद्राकुमारी चौहान के
जीवन पर आधारित नाटक *मिला तेज़ से तेज़* का मंचन श्री जानकीरमण महाविद्यालय आगाचौक
में किया जावेगा ।
इस
नाटक का निर्माण संभागीय बालभवन द्वारा नाट्यलोक के निर्देशक श्री संजय गर्ग के
निर्देशन में किया गया है । जिसकी प्रस्तुति मध्यप्रदेश साहित्य परिषद द्वारा कराई
जा रही है ।
शनिवार, 5 अगस्त 2017
प्रभावी रहा पेडों को राखी बांधने में छिपा संदेश
नवाचार के ज़रिये छोटे छोटे प्रयोग करना बेहद असरदार होता है. जबलपुर बालभवन में ऐसा ही एक छोटा प्रयोग किया जो बड़ा असरदार साबित हुआ . यह प्रयोग न केवल शिक्षाप्रद रहा वरन इससे जनजन जो सन्देश विस्तारित हुआ वह भी समुदाय के लिए चिंतन का विषय बन गया बालभवन जबलपुर के संचालक रूप में लगभग एक माह पूर्व विचार किया कि क्यों न हम बालभवन में राखी पर्व में एक नवाचार करें जिससे समाज को नया सन्देश मिले तभी उन पौधों का स्मरण हुआ जो हमने 5 जुलाई 2017 को लगाए थे बस फिर क्या था हमने बच्चों और उनके शिक्षकों से परामर्श कर तय किया कि इस बार हम पेड़ पौधों को राखी बांधेंगे.
जी हाँ वे पौधे जिनको बच्चों ने नाम भी दिए हैं .. झमरू, हिन्दुस्तान , आदि आदि . पेड़ पौधों के लिए राखी बनाने का काम कराया रेशम ठाकुर ने जो इन दिनों बालभवन में बच्चों की कला शिक्षक हैं.
नन्हें पौधों एवं वृक्षों के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार बेहद उत्साह के साथ मनाया गया . महिला बाल विकास विभाग के महिला सशक्तिकरण संचालनालय द्वारा संचालित संभागीय बालभवन के बच्चों ने वृक्षों एवं पेड़-पौधों के साथ जीवन के अंतर्संबंधों को रेखांकित करने वाले कार्यक्रम की आवश्यकता पर को स्पष्ट करते हुए संचालक बालभवन गिरीष बिल्लोरे ने बताया – *“किसी भी संदेश को कैसे समाज के लिए असरदार हो सकते हैं पेड़ पौधों को राखी बांधने के इस प्रयोग से स्पष्ट हो जाता है !*
अध्यक्षता करते हुए श्रीमती मनीषा लुम्बा उपसंचालक महिलासशक्तिकरण ने आयोजन के उद्देश्य की प्रसंशा करते हुए कहा कि – “समाज को यह सन्देश देना बेहद जरूरी है कि पेड़ पौधे हमारे रक्षक हैं तथा वे किसी न किसी रूप में हमें सहायता ही नहीं देते बल्कि उनसे हमारा जीता जगता सम्बन्ध है तथा वे हमारे रक्षक भी हैं”
मुक्ति फाउनडेशन के डा विवेक जैन ने कार्यक्रम को सबसे प्रभावकारी एवं समाज को सन्देश देने वाला कार्यक्रम निरूपित किया. कार्यक्रम में श्रीमती हर्षिता , श्रीमति अजय जैन, श्री पुनीत मारवाह, श्री एस ए सिद्दीकी, श्री रमाकांत गौतम, श्री संजय गर्ग बतौर अतिथि उपस्थित रहे.
पौधों एवं वृक्षों के साथ रक्षाबंधन कार्यक्रम में प्रयुक्त राखियों का निर्माण सुश्री रेशम ठाकुर के निर्देशन में बालभवन के बच्चों अनमोल विश्वकर्मा राखी विश्वकर्मा, रूद्र गुप्ता, अंजली, हिमान्शु रजक हर्षिता रजक ने किया .
पौधों एवं वृक्षों के साथ रक्षाबंधन के साथ साथ डाक्टर शिप्रा सुल्लेरे के निर्देशन में बाल कलाकारों क्रमश: वैशाली बरसैंया, उन्नति तिवारी, आयुष राजक, इशिता तिवारी सोनम गुप्ता, सजल ताम्रकार, आकर्ष जैन, हर्ष सौंधिया, अमन बेन, राज गुप्ता ने कजरी-गीत गाकर माहौल को बेहद प्रभावी बनाया.
कार्यक्रम का संचालन बाल-अभिनेत्री कुमारी श्रेया खंडेलवाल ने किया. आयोजन में नृत्यगुरु श्री इंद्र पांडे, श्री देवेन्द्र यादव, श्रीमती मीना सोनी श्री सोमनाथ सोनी , राजेन्द्र श्रीवास्तव, श्री टी आर डेहरिया, श्री धर्मेन्द्र श्रीमती सीता देवी ठाकुर मनीषा तिवारी मुस्कान सोनी का अविस्मरणीय सहयोग रहा.
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संभागीय बालभवन में “पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ” का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. प्रत्येक पौधे की देखभाल 5-5 बच्चों के समूह द्वारा की जा रही है. वे प्रतिदिन अपने अपने पेड़ों की देखभाल स्वयमेव करतें हैं. इतना ही नहीं बच्चों ने पेड़ों के झमरू, छोटू , सरगम, हिन्दुस्तान, भारत, गजानन, घुँघरू, कीवी, चेरी, शिखा, नटवर, पप्पू आदि नाम तक रखें है .
बाल-भवन के खेल अनुदेशक एवं वृक्षारोपण प्रभारी श्री देवेन्द्र यादव के अनुसार "पौधे लगाना ठीक है पर उनको सम्हालना कठिन काम है बच्चे अपनी बाटल से पेड़ों में पानी देते हैं उनसे बात करते हैं तथा उनके लिए बच्चों थरे (सर्किल) भी बनाएं गएँ हैं पेड़ों की देखभाल से 15 बाल समूह जुड़े हुए हैं .
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Rakshabhandhan At Balbhavan Jabalpur
Children of Divisional Balbhavan are
making Rakhi under the guidance of Ms. Rishm Thakur these days. The children's
of balbhavan will be Celebrate
rakhi at Balbhavan Jabalpur campus on 5th of August 2017, the Director
Balbhavan said that this program is being
organized with the aim of making
children aware of the existence of trees and protecting human beings. . These
photos are showing trees decorating ... Balbhavana employeesबुधवार, 26 जुलाई 2017
वृक्षों को राखी बांधेंगे बालभवन के बच्चे
संभागीय बालभवन के
बच्चों द्वारा इन दिनों सुश्री रेशम ठाकुर के मार्गदर्शन में राखियों का निर्माण
किया जा रहा है. बच्चे ये राखियाँ बालभवन परिसर में लगे पेड़ों को दिनांक 5 अगस्त
2017 को बांधेंगे. संचालक बालभवन ने बताया कि – बच्चों को पेड़ों के जीवधारी होने
का आभास कराने तथा मानवजाति के रक्षक होने का सन्देश देने के उद्देश्य से यह
कार्यक्रम रक्षाबंधन पर्व के पूर्व आयोजित किया जा रहा है. संभागीय बालभवन में
“पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ” का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. प्रत्येक पौधे की देखभाल
5-5 बच्चों के समूह द्वारा की जा रही है.
वे प्रतिदिन अपने अपने पेड़ों की देखभाल स्वयमेव करतें हैं. इतना ही नहीं बच्चों ने
पेड़ों के झमरू, छोटू , सरगम, हिन्दुस्तान, भारत, गजानन, घुँघरू, कीवी, चेरी, शिखा,
नटवर, पप्पू आदि नाम तक रखें है
. श्री देवेन्द्र यादव के अनुसार बच्चे अपनी बाटल से पेड़ों में पानी देते हैं उनसे बात करते हैं तथा उनके लिए बच्चों थरे (सर्किल) भी बनाएं गएँ हैं पेड़ों की देखभाल से 14 बाल समूह जुड़े हुए हैं .
मंगलवार, 4 जुलाई 2017
बच्चों ने लगाए पौधे रक्षा की कसम भी खाई
संभागीय
बालभवन जबलपुर में बच्चों ने 17
फलदार वृक्ष आंवला जामुन मुनगे के पौधों
का रोपण किया ।
प्रत्येक
पौधे के लिए एक वरिष्ठ संरक्षक के रूप में अनुदेशकों कर्मचारीयों को नियुक्त किया गया जो प्रत्येक पौधे की दैनिक देखभाल करेंगे . सहयोग के लिए वृक्ष-मित्र टोलियों का गठन किया गया है. 15-15 बच्चों की टोलियाँ प्रतिदिन अपने अपने पौधे की देखभाल और उनकी ग्रोथ का ध्यान रखेंगीं. माह भर में पौधे की ग्रोथ अनुसार बच्चों को पुरस्कार दिए जावेंगे.
बुधवार, 21 जून 2017
संगीत एवं योग दिवस : योगासन एवं संगीत रागों की जुगलबंदी
संभागीय बालभवन में संगीत एवं योग दिवस का आयोजन किया गया संभागीय बालभवन में योग और संगीत के कार्यक्रम में 30 योगासन एवम 20 से अधिक संगीत रागों की जुगलबंदी हुई ।
डॉ शिप्रा सुल्लेरे की संगीत रचनाओं पर श्री देवेन्द्र यादव ने योगाभ्यास कराया । इस प्रयोग में ओमकार उदघोष के अलावा संगीत और योग के अंतर्संबंधों की सरल व्याख्या करते हुए शरीर पर योग और संगीत के सकारात्मक प्रभाव के महत्व को डॉ शिप्रा सुल्लेरे ने सरलभाषा में समझाया ।
बालभवन द्वारा संगीत एवम योग दिवस आयोजित इस कार्यक्रम में 300 से अधिक बालकला साधक मौजूद थे ।
डॉ शिप्रा सुल्लेरे की संगीत रचनाओं पर श्री देवेन्द्र यादव ने योगाभ्यास कराया । इस प्रयोग में ओमकार उदघोष के अलावा संगीत और योग के अंतर्संबंधों की सरल व्याख्या करते हुए शरीर पर योग और संगीत के सकारात्मक प्रभाव के महत्व को डॉ शिप्रा सुल्लेरे ने सरलभाषा में समझाया ।
बालभवन द्वारा संगीत एवम योग दिवस आयोजित इस कार्यक्रम में 300 से अधिक बालकला साधक मौजूद थे ।
सोमवार, 12 जून 2017
मातृभूमि के सच्चे बेटों की करना रक्षा हे भगवान !! : उन्नति तिवारी
देश के सैनिक
सूरज ऊगे सूरज डूबे ,
हर क्षण मेहनत करते सैनिक .
इस देश की रक्षा की खातिर,
हर दर्द सहज हो सहते सैनिक.
चाहे ठंड रहे ,
या धूप रहे.
या बादल गीली बात कहे ,
रुकते न कभी ये वीर सिपाही ,
ऋतु ऋतु के तीखे वार सहें .
देश प्रेम के भाव भरे मन
नहीं है थकते उनके तनमन,
सियाचीन लद्दाख समंदर ,
इनके लिए खेल के आँगन .
मां बाबा बेटी बेटों को
छोड़ गाँव गलियाँ खेतों को
मातृभूमि की आन बचाने
नापा करते परबत खेतों को
सुखी नींद की वजह है सैनिक,
निर्भयता की वजह है सैनिक .
इनका कर्ज़ चुकाऊँ कैसे-
देव तुल्य भारत के सैनिक
सदा करें हम इन्हें सलाम,
सदा कहें जय वीर जवान.
मातृभूमि के सच्चे बेटों की
रक्षा करना हे भगवान !
- #उन्नति_तिवारी
मंगलवार, 6 जून 2017
चार दिवसीय पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रमों का समापन
संभागीय बालभवन द्वारा दिनांक 3 जून 2017 से 6
जून 2017 तक पर्यावरण संरक्षण हेतु वातावरण निर्माण के लिए चित्रकला, संगीत,
साहित्यिक शिविरों / कार्यशालाओं का चार
दिवसीय आयोजन संपन्न हुआ.
प्रथम
दिवस :- दिनांक 3 जून 2017
·
पर्यावरण
एवं साहित्य :- दिनांक 3 जून 2017 से 5 जून 2017 तक डा संध्या
शुक्ला “मृदुल” द्वारा गीत एवं कविता कार्यशाला
·
नाट्य –
कार्यशाला :- दिनांक 3 जून 2017 से 6 जून 2017 तक , राजस्थान के खेजड़ली के 363
स्त्री-पुरूषों के बलिदान की कहानी
के आधार पर नाटिका तैयार की जा रही है . जिसकी प्रस्तुति 6 जून को बालभवन परिसर
में प्रात: 09 बजे होगी . इस कार्यशाला को बालभवन की पूर्व छात्रा कु. मनीषा तिवारी
द्वारा संचालित की जा रही है.
·
हरीतिमा
हस्तलिखित पत्रिका :- दिनांक 3 जून 2017 से 5 जून 2017 तक श्रीमती निशा गौर एवं कु. रेशम ठाकुर के
निर्देशन में तैयार हस्त लिखित पुस्तिका हरीतिमा का निर्माण किया गया है जिसका
विमोचन दिनांक 6 जून को माननीय मंत्री जी श्री शरद जैन जी, के कर कमलों से होगा.
·
संगीत
रचना कार्यशाला :-
दिनांक 3 जून 2017 से 4 जून 2017 तक संपन्न संगीत रचना कार्यशाला, डा शिप्रा
सुल्लेरे के मार्गदर्शन में सपन्न हुई
द्वितीय
दिवस :- दिनांक 4 जून 2017
·
सभी
कार्यशालाओ का द्वितीय दिवस
तृतीय दिवस :- दिनांक 5 जून 2017
“बालभवन की सृजनात्मक गतिविधियाँ सराहनीय हैं :
श्री शरद जैन ”
“संभागीय बालभवन की सृजनात्मक
गतिविधियाँ न केवल सराहनीय हैं बल्कि इस संस्थान से शिक्षण संस्थाओं को सहयोग भी
लेना चाहिए. मुझे यह जानकर प्रसन्नता होती है कि – बाल भवन के बच्चे राष्ट्रीय एवं
प्रादेशिक स्तर पर संस्कारधानी का नाम रोशन कर रहे हैं. विश्व पर्यावरण दिवस पर
आयोजित वृक्षारोपण एवं सांस्कृतिक
कार्यक्रम नन्हें बच्चों के लिए प्रेरक और
आवश्यक है. मैं संभागीय बालभवन जबलपुर के विकास के लिए हर संभव मदद करूंगा .”
मुख्यअतिथि श्री शरद जैन (
राज्यमंत्री, मंत्री चिकित्सा शिक्षा ) ने तदाशय के विचार व्यक्त करते हुए यह भी
कहा कि – “पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा न केवल राष्ट्रीय चिंता और चिंतन का
मुद्दा है अपितु यह मुद्दा वैश्विक स्तर पर चिंता और चिंतन का विषय भी है बच्चों में
जल संरक्षण वायु प्रदूषण से मुक्ति, स्वच्छता अभियानों के प्रति जन जागरूकता लाने
की बेहद ज़रूरत है बालभवन न केवल कलात्मक बल्कि क्रियात्मक रूप से शिक्षित
प्रशिक्षित किया जा रहा है . मैं बालभवन की सराहना किये बिना नहीं रह सकता”
इस अवसर पर पूर्व अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक एवं साहित्यकार श्री अनिल वैद्य ने बच्चों को तुलसी एवं नीम तथा
फलदार वृक्षों के रोपण एवं संरक्षण के लिए प्रेरणाप्रद विचार व्यक्त किये .
समाज-सेवी श्री सत्येन्द्र
शर्मा ने बालभवन के विकास और उसे अत्यधिक महत्वपूर्ण उपयोगी संस्थान बताते हुए
बताया कि- अब बाल भवन में प्रतिवर्ष 1200
से अधिक बच्चे प्रवेश ले रहे हैं तथा बालभवन के लिए सामुदायिक सहयोग बेहद
आवश्यक है.
बालभवन की उपलब्धियों एवं
आयोजित कार्यक्रम की आवश्यकता पर संचालक गिरीश बिल्लोरे ने प्रकाश डाला .
कार्यक्रम में श्रीमती निशा
गौर एवं कुमारी रेशम ठाकुर एवं रश्मि सिंह बघेल के मार्गदर्शन में निर्मित हरीतिमा
नामक हस्तलिखित कृति का विमोचन किया गया .
डा शिप्रा सुल्लेरे एवं श्री
सोमनाथ सोनी के निर्देशन में बच्चों ने सामूहिक पर्यावरण गीतों का गायन किया .
बालभवन भोपाल की नेत्र दिव्यांग छात्रा कुमारी तान्या शर्मा का गायन विशेष आकर्षण का कारण रहा.
माननीय मुख्यअतिथि श्री शरद
जैन जी ने कुमारी रेशम ठाकुर के निर्देशन में निर्मित चित्रकथा “खेजडली से टिहरी
तक” का अवलोकन किया तथा परिसर में
पौधा रोपित किया.
कार्यक्रम के आरम्भ में
सरस्वती वन्दना , अतिथियों का स्वागत, श्रीमती विजयलक्ष्मी ऐय्यर , श्रीमती मीना
सोनी डा शिप्रा सुल्लेरे, सोमनाथ सोनी, देवेन्द्र यादव द्वारा किया गया. कार्यक्रम
का आकर्षक एवं प्रभावी संचालन श्री आशुतोष
तिवारी ने जबकी आभार प्रदर्शन श्री इन्द्र पांडे ने किया . कार्यक्रम के आयोजन में
मनीषा तिवारी श्री टेकराम डेहरिया का
विशेष योगदान रहा .
चतुर्थ
दिवस :- दिनांक 6 जून 2017
·
श्री सुनील खरे
उप संचालक पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड के सहयोग से पेंटिंग काम्पीटीशन का आयोजन
तथा “खेजड़ली के वीर” नाटिका का प्रदर्शन कि या गया .
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